अहमद अंसारी ने परिवार सहित की हिंदू धर्म में वापसी हवन, आरती और वैदिक मंत्रोच्चारण से गूंज उठा मध्यगोपाली गांव

November 03, 2025
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चौपारण (हजारीबाग): धार्मिक आस्था और पारिवारिक एकता का अनोखा उदाहरण पेश करते हुए चौपारण प्रखंड के मध्यगोपाली गांव निवासी अहमद अंसारी ने रविवार को अपने पूरे परिवार के साथ हिंदू धर्म में पुनः प्रवेश किया। वैदिक विधि-विधान के बीच हुए शुद्धिकरण एवं दीक्षा संस्कार में पूरा वातावरण भक्ति और उल्लास से गूंज उठा।

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कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय ब्राह्मण संतोष पांडेय की अगुवाई में हुआ, जिन्होंने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शुद्धिकरण और दीक्षा संस्कार संपन्न कराया। विधिवत यज्ञ, हवन, आरती और वैदिक अनुष्ठान के बाद अहमद अंसारी को उनका पूर्व नाम ‘रामचंद्र भुइयाँ’ पुनः प्रदान किया गया।

पूरे परिवार ने लिया दीक्षा संस्कार

संस्कार कार्यक्रम में अहमद अंसारी के साथ उनके परिवार के सभी सदस्य — उनकी पत्नी, बेटी, दामाद और नाती-पोते भी सम्मिलित हुए। सभी ने स्वेच्छा से हिंदू धर्म अपनाने की घोषणा की और यज्ञोपवीत संस्कार के साथ वैदिक परंपराओं के अनुरूप दीक्षा ली। इस अवसर पर पूरे गांव में उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला।

“स्वेच्छा से लिया निर्णय” — रामचंद्र भुइयाँ

संस्कार के बाद रामचंद्र भुइयाँ (पूर्व में अहमद अंसारी) ने कहा, > “यह निर्णय हमने पूरी स्वेच्छा से लिया है। हिंदू धर्म की व्यापकता, सहिष्णुता और भगवान राम-कृष्ण की भक्ति ने हमें गहराई से प्रभावित किया। वर्षों पहले हम परिस्थितिवश अपने पूर्वजों के धर्म से अलग हो गए थे, परंतु अब हमने पुनः अपने मूल धर्म में लौटने का निश्चय किया है। अब हम धर्म, सत्य और भक्ति के मार्ग पर चलना चाहते हैं।”

वैदिक परंपरा में संपन्न हुआ संस्कार

ब्राह्मण संतोष पांडेय ने बताया कि शुद्धिकरण और दीक्षा प्रक्रिया पूरी तरह वैदिक विधि-विधान के अनुसार की गई। इसमें यज्ञोपवीत धारण, पंचगव्य सेवन, आचरण संहिता की जानकारी और धर्माचार्य से दीक्षा का विधान शामिल था। उन्होंने कहा कि यह कोई धार्मिक प्रदर्शन नहीं, बल्कि आस्था और आत्मबोध का संस्कार है।

गांव में भक्ति और सौहार्द का वातावरण

समारोह के दौरान पूरे गांव में भक्ति का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। वैदिक मंत्रोच्चारण और आरती की गूंज से वातावरण पवित्र हो गया। ग्रामीणों ने पुष्पवर्षा कर नवदीक्षित परिवार का स्वागत किया। महिलाएं मंगलगीत गा रही थीं, बच्चे दीपक जलाकर पूरे वातावरण को आलोकित कर रहे थे।

सामाजिक सौहार्द का उदाहरण

इस अवसर पर विहिप जिला गौरक्षा गौशाला संपर्क प्रमुख शेखर गुप्ता, प्रखंड अध्यक्ष संजय सिंह, प्रखंड मंत्री मुनेश्वर गुप्ता, मुखिया जानकी यादव, मोहन यादव, बैजनाथ साव, बिरजू साव, मिथुन गुप्ता, भारत सिंह, शत्रुघ्न सिंह, जुगल साव, बलराम यादव, राजेश भुइयाँ समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। सभी ने इसे व्यक्तिगत आस्था और धार्मिक स्वतंत्रता का आदर्श उदाहरण बताते हुए परिवार के इस निर्णय का स्वागत किया।

पूर्वजों की परंपरा में लौटने की भावना

स्थानीय लोगों ने बताया कि रामचंद्र भुइयाँ के पूर्वज हिंदू धर्मावलंबी थे, जो वर्षों पहले सामाजिक परिस्थितियों के कारण धर्मांतरण कर चुके थे। अब उनकी यह घर-वापसी न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक एकता और सद्भाव का भी सशक्त संदेश देती है।

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गांव के बुजुर्गों ने कहा कि यह घटना आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरक है — कि धर्म कोई बंधन नहीं, बल्कि आस्था, आत्मज्ञान और सांस्कृतिक जुड़ाव की अनुभूति है।

News Nyx Jharkhand (न्यूज निक्स झारखण्ड)