हजारीबाग में एक ही परिवार की चार बच्चियों की दर्दनाक मौत, छठ पूजा के बाद तालाब में खेलने गई थीं — पैर फिसलने से हुई दर्दनाक मौत

October 29, 2025
News Image

हजारीबाग जिले के कटकमसांडी प्रखंड के झरदाग गांव में मंगलवार की दोपहर एक हृदयविदारक हादसा घटित हुआ। खुशियों के माहौल के बीच यह घटना पूरे गांव को मातम में डुबो गई। बताया जा रहा है कि छठ महापर्व समाप्त होने के बाद गांव के एक ही परिवार की चार छोटी बच्चियां घर के पास बने तालाब में खेलने गई थीं। खेलते-खेलते एक बच्ची का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चली गई। उसे बचाने के लिए बाकी तीनों बच्चियां भी पानी में उतर गईं, लेकिन गहराई का अंदाज़ा न लग पाने के कारण चारों की मौके पर ही डूबकर मौत हो गई।

गांव में मचा कोहराम, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

घटना के बाद पूरे झरदाग गांव में मातम छा गया है। ग्रामीणों ने बताया कि तालाब के पास अचानक चीख-पुकार सुनाई दी तो लोग दौड़ पड़े, लेकिन जब तक वे पहुंचे, तब तक चारों बच्चियां पानी में समा चुकी थीं। ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद सभी बच्चियों को तालाब से बाहर निकाला और तुरंत स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कटकमसांडी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद चारों को मृत घोषित कर दिया।

-

परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे गांव में गमगीन माहौल है, और हर किसी की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। ग्रामीणों का कहना है कि बच्चियां बहुत होनहार और चंचल थीं, जिनकी एक साथ मौत से गांव का माहौल बेहद शोकाकुल हो गया है।

प्रशासन मौके पर पहुंचा, जांच और मुआवजे की घोषणा

घटना की सूचना मिलते ही कटकमसांडी थाना प्रभारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) और अंचल अधिकारी (CO) अनिल कुमार गुप्ता प्रशासनिक दल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त की और बताया कि आपदा राहत कोष से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। चारों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए हजारीबाग स्थित शेख भिखारी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है।

-

अंचल अधिकारी ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को तालाब, नदी या किसी भी जलाशय के पास बिना निगरानी के जाने से रोकें, ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सके।

हादसे के बाद पसरा सन्नाटा

झरदाग गांव में अब केवल सन्नाटा है। जिन गलियों में कुछ घंटे पहले तक छठ पूजा के गीत और बच्चों की खिलखिलाहट गूंज रही थी, वहां अब मातम का माहौल है। ग्रामीण प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि गांव के पास स्थित तालाब में सुरक्षा के लिए रेलिंग या चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं, ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।

-

इस दर्दनाक हादसे ने न केवल एक परिवार की खुशियाँ छीन लीं, बल्कि पूरे गांव को गहरे शोक में डाल दिया है।

News Nyx Jharkhand