मोंथा चक्रवात को लेकर झारखंड सरकार अलर्ट, सभी जिलों को सतर्कता के निर्देश — आपदा प्रबंधन विभाग ने की बड़ी तैयारी

October 29, 2025
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झारखंड में मोंथा चक्रवात (Cyclone Montha) के संभावित खतरे को देखते हुए राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क हो गई है। राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने मंगलवार को सभी जिलों के उपायुक्तों (डीसी) को निर्देश दिया है कि वे अलर्ट मोड पर रहें और हर स्थिति से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाएं।

मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम विभाग के ताज़ा पूर्वानुमान के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में तेजी से विकसित हो रहा मोंथा चक्रवात अगले कुछ दिनों में एक गंभीर ट्रॉपिकल तूफान (Severe Tropical Storm) का रूप ले सकता है।

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इससे झारखंड के दक्षिणी और मध्य जिलों — जैसे पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, सिमडेगा, रांची, गुमला, लोहरदगा और खूँटी में तेज़ हवाएं, भारी बारिश और संभावित बाढ़ की स्थिति बन सकती है।

⚠️ सरकार ने जारी किया हाई अलर्ट

राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि किसी भी आकस्मिक परिस्थिति से निपटने के लिए तैयारियां पूरी रखी जाएं।

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मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि “राज्य सरकार हर हालात पर कड़ी नजर रख रही है। सभी जिलों के उपायुक्त तत्काल जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक बुलाएं और सभी विभागों को अलर्ट पर रखें।”

आपदा प्रबंधन की प्रमुख तैयारियां

1. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें संभावित प्रभावित जिलों में तैनात की जाएंगी। 2. निचले और जलभराव वाले क्षेत्रों की पहचान कर वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने की योजना बनाई गई है। 3. बिजली, संचार और स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त व सक्रिय रखने के निर्देश दिए गए हैं। 4. सभी थाना प्रभारियों और बीडीओ को 24 घंटे की निगरानी पर रखा जाएगा ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके। 5. जनसंपर्क विभाग के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाने का आदेश दिया गया है, ताकि लोग अफवाहों से बचें और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें।

रिपोर्टिंग और समन्वय पर जोर

सभी उपायुक्तों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि जिले में की गई तैयारियों की रिपोर्ट तत्काल राज्य आपदा प्रबंधन विभाग को भेजी जाए। साथ ही, स्थानीय स्तर पर सभी विभागों के बीच समन्वय बनाए रखा जाए ताकि किसी भी प्राकृतिक आपदा की स्थिति में मानव जीवन और संपत्ति की क्षति न्यूनतम रखी जा सके।

मंत्री की अपील

मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें, बिना आवश्यकता घर से बाहर न निकलें, और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का सख्ती से पालन करें। उन्होंने कहा —

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“राज्य सरकार हर जिले में स्थिति पर नजर रखे हुए है। किसी भी तरह की आपात स्थिति में घबराएं नहीं, बल्कि स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें। अफवाहों से दूर रहें और सही जानकारी के लिए सरकारी स्रोतों पर भरोसा करें।”

संभावित प्रभाव

यदि चक्रवात का रुख झारखंड की ओर मुड़ता है, तो राज्य के कई हिस्सों में भारी से अति भारी वर्षा, तेज़ हवाएं (50–70 किमी/घंटा तक) और बिजली आपूर्ति बाधित होने की संभावना है। इससे कृषि, परिवहन और दैनिक जनजीवन पर असर पड़ सकता है।

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राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में राहत एवं बचाव दलों को मुस्तैद रखा गया है। कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिए गए हैं, और 24 घंटे की मॉनिटरिंग की जा रही है।

संक्षेप में:

झारखंड सरकार ने मोंथा चक्रवात को देखते हुए पूरे राज्य को अलर्ट कर दिया है। सभी जिलों को तैयारी पूरी रखने, राहत दलों को तैनात करने और लोगों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि किसी भी संभावित प्राकृतिक आपदा से जनहानि और क्षति को न्यूनतम रखा जा सके।

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