अफ्रीका के ट्यूनिशिया में फंसे झारखंड के 48 मजदूर, तीन महीने से नहीं मिला वेतन – भूख से जूझते मजदूरों ने सरकार से लगाई वतन वापसी की गुहार

October 31, 2025
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NEWS NYX JHARKHAND | गिरिडीह: अफ्रीका के ट्यूनिशिया में झारखंड के 48 प्रवासी मजदूर पिछले तीन महीनों से कठिन परिस्थितियों में जीवन बिता रहे हैं। कंपनी द्वारा लगातार तीन माह से वेतन नहीं दिए जाने के कारण मजदूरों के सामने खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया है। ये मजदूर झारखंड के गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो जिलों के रहने वाले हैं।

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मजदूरों ने सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो संदेश जारी कर अपनी व्यथा साझा की है। वीडियो में उन्होंने बताया कि कंपनी ने उनका वेतन रोक दिया है और अब उनके पास न तो खाने के लिए पर्याप्त सामान है और न ही घर लौटने के लिए पैसे। उन्होंने भारत सरकार और झारखंड सरकार से जल्द से जल्द वतन वापसी की अपील की है।

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प्रवासी मजदूरों के हित में सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने इस मामले को उठाते हुए केंद्र और राज्य सरकार से तत्काल दखल देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सभी मजदूरों की सकुशल वतन वापसी सुनिश्चित की जाए, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति न उत्पन्न हो।

किन जिलों से हैं मजदूर

ट्यूनिशिया में फंसे मजदूरों में गिरिडीह जिले के बगोदर, सरिया, डुमरी और पीरटांड प्रखंडों के 14 मजदूर, हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ प्रखंड के 19 मजदूर, और बोकारो जिले के चंद्रपुरा, पेटरवार और गोमिया प्रखंडों के 15 मजदूर शामिल हैं।

गिरिडीह जिले से फंसे मजदूरों की सूची

बगोदर के माहुरी के नंदलाल महतो, अडवारा के संतोष महतो, बेको के गुरूचरण महतो, दोंदलो के मनोज कुमार मंडल, खुबलाल मंडल, मुंडरो के अशोक कुमार, कोशी के सेवा महतो, झंडू महतो, उल्लीबार के मुरली मंडल, लोवाबार के सुखदेव सिंह, डुमरी जरूवाडीह के संजय कुमार, पीरटांड खुखरा के संजय कुमार महतो, गिरिडीह बेरागढ़ खुर्द के सुनील टूड्डू और मिरुलाल हांसदा शामिल हैं।

हजारीबाग जिले से फंसे मजदूर

विष्णुगढ़ प्रखंड के ऊंचाघाना के अमरदीप चौधरी, जिवाधन महतो, धानेश्वर महतो, जागेश्वर कुमार महतो, गोविंद कुमार महतो, खिरोधर महतो, नागेंद्र कुमार महतो, कैलाश महतो, नीलकंठ महतो, बंदखारो के अनंतलाल महतो, खुशलाल महतो, बलकमक्का के जगतपाल महतो, खरकी के मुकेश कुमार, ज्ञानगढा के मंटू महतो, मुरगामो के गंगाधर महतो, चानो के मुकेश कुमार, खरना के दिनेश तुरी, देवेंद्र ठाकुर और खेदाडीह के शंकर घांसी का नाम शामिल है।

बोकारो जिले के मजदूर

बोकारो जिले के चंद्रपुरा के फतेहपुर के अजय कुमार और अनिल कुमार सहित कुल 15 मजदूर वहां फंसे हुए हैं।

लगातार बिगड़ रही स्थिति

मजदूरों के अनुसार, कंपनी ने पहले दो महीने तक यह कहकर टाल दिया कि जल्द भुगतान कर दिया जाएगा, लेकिन अब वेतन देने से साफ इंकार कर दिया गया है। उनकी वीजा अवधि भी समाप्त होने की कगार पर है। मजदूरों का कहना है कि अब न तो उनके पास पैसे हैं और न ही भोजन की व्यवस्था। कई लोगों को बीमारियां भी घेरने लगी हैं।

सरकार से गुहार; मजदूरों ने अपने वीडियो संदेश में कहा –

“हम झारखंड के लोग हैं। हमें तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। खाने के लिए कुछ नहीं बचा है। कृपया हमारी वतन वापसी कराई जाए।”

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उनकी अपील अब इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि राज्य और केंद्र सरकार जल्द पहल कर इन मजदूरों को सुरक्षित भारत वापस लाने की व्यवस्था करेगी।

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